नई दिल्ली
सोने का भाव 8 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद मंगलवार को लुढ़का है। दरअसल, अमेरिका में जॉर्जिया चुनाव के बाद ही दुनिया की इस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अगले प्रोत्साहन पैकेज का रास्ता साफ हो सकेगा। यही कारण है कि मंगलवार को डॉलर में गिरावट का दौर थमा है। मंगलवार को यहां के बाजार में सोना 0.2 फीसदी लुढ़ककर 1,938.11 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार करते नजर आया. इसके पहले 9 नवंबर को 1,945.26 डॉलर प्रति औंस पर पहुंचने के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंचा था। अमेरिकी वायदा बाजार में भी सोना आज 0.3 फीसदी की गिरावट के साथ 1,941.40 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है।
क्या लुढ़का सोने का भाव
जानकारों का कहना है कि दो साल के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद एक दिन में ही डॉलर में मजबूती आई है। यही कारण है कि सोने के भाव पर दबाव बढ़ा है। सोमवार की तेजी की सबसे बड़ी वजह सीनेट चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की जीत की वजह से रहा। कुछ हद तक मुनाफावसूली भी देखने को मिल रही है। सोमवार को डॉलर में अप्रैल 2018 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद बुलियन बाजार में 2.5 फीसदी तकी की तेजी देखने को मिली। लेकिन, इसके बाद से अमेरिकी करंसी में मजबूती देखने को मिल रही है। सोमवार को डॉलर में अप्रैल 2018 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद बुलियन बाजार में 2.5 फीसदी तकी की तेजी देखने को मिली। लेकिन, इसके बाद से अमेरिकी करंसी में मजबूती देखने को मिल रही है।
फेड के फैसले पर नजर
बाजार को अब यूएस फेडरल रिज़र्व की अंतिम बैठक के मिनट्रस जारी होने का इंतजार है। कल यानी बुधवार को यह जारी होगा। इकोनॉमी में रिबाउंड के साथ यह उम्मीद की जा रही है कि पॉलिसी उदारवादी ही होगी। हालांकि, यह उम्मीद है कि अमेरिका में बढ़ते संक्रमण के बीच फेड रिज़र्व एक और मौद्रिक सपोर्ट का संकेत दे सकता है। वहीं, ब्याज दरों में गिरावट का दौर थोड़ा और बढ़ सकता है।
There is a decline in the price of gold in the market