नई दिल्ली
उत्तर भारत के साथ देश के कई हिस्सों में कड़ाने की ठंड पड़ना शुरू हो गई है। इसके साथ कोहरे ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। जिसका सीधा असर रेलवे पड़ना शुरू हो गया है। इस परेशानी से निपटने के लिए रेलवे ने अपनी रेलगाड़ियों की गति सीमा पर भी प्रतिबंध लगाया है। जिससे कई पैसेंजर ट्रेन अपने गंतव्य पर देरी से पहुंच रही है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी से बचाने के लिए रेलवे ने नई सुविधा की शुरुआत की है। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि, यदि किसी ट्रेन के खुलने में एक घंटा से ज्यादा की देरी होगी। तो उसकी जानकारी पैसेंजर को मोबाइल पर मैसेज के जरिए दी जाएगी।
कोहरे से रेलवे को करना पड़ रहा है इन मुश्किलों का सामना
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि रेलगाड़ियों के देरी से चलने के कारण रैकों का नियमित आगमन प्रस्थान नहीं हो पाता है। वहीं रेलगाड़ियों की धीमी रफ्तार की वजह से चालक दल की भी कमी हो जाती है। इस कारण रेलगाड़ियों की समय-सारणी उनके प्लेटफार्मों पर लगाए जाने की योजना, वॉशिंग लाइन परिसरों में उनके रख-रखाव के समय पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए कोहरे के मौसम में उत्तर रेलवे द्वारा रेल परिचालन की योजना तैयार की गई है।
ट्रेन लेट होने पर दी जाएगी सूचना
उन्होंने कहा कि एक घंटे से अधिक देरी से प्रस्थान करने वाली रेलगाड़ियों की सूचना यात्रियों को एसएमएस के माध्यम से उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर दी जाएगी। सामान्य कार्य अवधि के उपरांत भी देर तक प्लेटफॉर्मों पर खान-पान स्टॉलों को खोलने का प्रावधान किया गया है। भीड़-भाड़ प्रबंधन और सुरक्षा मामलों से निपटने के लिए स्टेशनों पर रेल सुरक्षा बल के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जायेगी।
Railways have given new facility to passengers to deal with fog, know what